Tag: GPS service

  • GPS services: इसने ली तीन की जान, दोषी कौन?

    GPS services: दोस्तो आज के समय में कभी भी कही भी जाना हो gps service एक जरूरी और अभिन्न अंग बन गया है हमारी दैनिक दिनचर्या का। पहले के जमाने में आगे कोई राहगीर रास्ता भटकते थे तो किस गांव शहरवासियों से, पान दुकान वाले से या किसी अन्य राहगीर से पूछ कर अपनी मंजिल तय करते थें।

    फिर आया GPS का जमाना, जिन्हें नहीं पता उन्हें बता दे के GPS का फुल फॉर्म ग्लोबल पोजिशनिंग सर्विस है। यह एक महत्वपूर्ण सर्विस बन चुकी है और हम इसका इस्तेमाल अनेक जगहों पर करते है।

    GPS services: क्या होती है ये सर्विस?

    यह एक ऐसी सुविधा है जिससे नेविगेशन(मार्गदर्शन) सिग्नल प्रसारित किया जाता है। यह सुविधा दिन के चौबीसों घंटे उपलब्ध रहती है। यह सेवा निःशुल्क ही उपलब्ध है और नागरिक इसका इस्तेमाल अक्सर एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए करते है।

    GPS services: क्या है मामला जिसमें लोगों की गई है जान।

    दोस्तो आपको बताना चाहूंगा के यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली की है। बीते 24 नवंबर को राम गंगा नदी की यह घटना है। तीन लोग जिनके नाम नितिन, अजीत और अमित थें, एक शादी में सम्मिलित होने जा रहे थें। अक्सर लोग जैसा करते है, उन्होंने भी वैसा ही किया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने अपना नेविगेशन ऑन किया और अपने गंतव्य को चल दिए। गुड़गांव से बरेली जाने के दौरान यह घटना हुई है।

    GPS services: कैसे करता है यह काम।

    दोस्तो यह एक अमेरिकी बेस्ड सिस्टम है जिसमें किसी की पोजीशन का पता चलता है। इसके विभिन्न सेटेलाइट अंतरिक्ष में भेजे हुए है। धरती पर इसके रिसीवर रहते है जो के किसी की पोजीशन को बताते है। यह सेवा निःशुल्क रहती है बस रिसीवर रहना चाहिए जिससे डेटा रिसीव होता है। इसकी गणना 10 नैनोसेकंड तक सही होती है।

    हम अक्सर जब भी ट्रेन में सफर करते है, gps का इस्तेमाल ट्रेन की सही पोजीशन उसकी स्पीड जानने के लिए अक्सर इस्तेमाल करते है। आजकल लोग अक्सर gps का इस्तेमाल अपनी गाड़ियों में भी करते है जिससे कभी गाड़ी चोरी हो जाए तो उसके लोकेशन का पता लगाया जा सकता है।

    GPS services: मृतकों के परिजनों का क्या कहना इस हादसे पर।

    दोस्तो सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक मृतकों के परिजनों ने कहा है के यह हादसा gps के कारण ही हुआ है। उनके मुताबिक gps ने गलत रास्ता दिखा दिया जिससे यह हादसा हुआ। गौर करने वाली बात यह भी है के कैसे इस निर्माणाधीन पुल पर कोई बेटीकेडिंग क्यों नहीं था। अगर पुल की शुरुआत में ही कोई बैरिकेड की व्यवस्था होती या रास्ता बंद किया होता तो ऐसी घटना नहीं होती।

    दोस्तो इस घटना से हमे यह सीखना चाहिए के कभी अगर ऐसी सर्विसेज को इस्तेमाल करना हो तो उसे इस्तेमाल जरूर करे लेकिन अनजान जगहों पर सतर्क जरूर रहे और सावधानी जरूर बरते। क्योंकि किसी की जिंदगी से अनमोल कुछ भी नहीं है।